नयी दिल्ली, तीन मार्च (भाषा) व्यापारियों के संगठन कैट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जीएसटी में जटिलताएं, ई-कॉमर्स कंपनियों की कथित तौर पर गलत गतिविधियां और व्यापारियों तक वित्त की पहुंच जैसे मुद्दों को उठाया।
कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने एक बयान में कहा कि छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देने और उन्हें कारोबार करने में सुविधा देने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को संबंधित अधिकारियों ने हतोत्साहित किया है।
मोदी को लिखे पत्र में खंडेलवाल ने कहा ‘‘इस बात का अफसोस है कि उनके जनादेश के खिलाफ अब तक किसी भी प्राधिकरण ने छोटे व्यवसायों के उत्थान की ओर कोई ध्यान नहीं दिया।’’
उन्होंने दावा किया कि जीएसटी में जटिलताएं, ई-कॉमर्स कंपनियों के कथित कदाचार, व्यापारियों को बीमा, कई लाइसेंसों के स्थान पर एक लाइसेंस, व्यापार से संबंधित अनावश्यक कानूनों को निरस्त करना और वित्त तक आसान पहुंच जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे लंबे समय से लंबित हैं।
कैट ने प्रधानमंत्री के संज्ञान में इन समस्याओं को लाते हुए कहा कि इस बारे में कई बात अनुरोध करने पर भी उनकी फरियाद सुनी नहीं गई।
खंडेलवाल ने मोदी से इन मांगे पर जल्द से जल्द ध्यान देने का अनुरोध किया।
भाषा पाण्डेय रमण
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