नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पीएसएल समूह और उसके निदेशकों के खिलाफ केनरा बैंक के साथ ऋण धोखाधड़ी को लेकर मामला दर्ज किया है।
सीबीआई के अनुसार, कंपनी ने ऋण भुगतान में चूक कर केनरा बैंक को कथित तौर पर 428.50 करोड़ रुपये की चपत लगाई है।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने बृहस्पतिवार को मुंबई और गुजरात के कच्छ में सात स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया और इस दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किये।
सीबीआई ने कंपनी के अलावा इसके निदेशकों अशोक योगेंद्र पुंज, राजेंद्र कुमार बाहरी, चितरंजन कुमार, जगदीशचंद्र गोयल और आलोक योगेंद्र पुंज को भी मामले में आरोपी बनाया है।
बैंक की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सीबीआई ने जांच अपने हाथ में ले ली है।
अधिकारियों के अनुसार, कंपनी पर 2016-19 के दौरान केनरा बैंक को धोखा देने की साजिश रचने और विभिन्न ऋण सुविधाओं की मंजूरी मांगने का आरोप है।
उन्होंने कहा अभियुक्तों ने बहीखातों को गलत तरीके से पेश किया और बैंक के धन का दुरुपयोग कर अपने देनदारों से प्राप्त मिलने वाली राशि को इधर-उधर किया।
भाषा जतिन अजय
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