नयी दिल्ली, 23 मई (भाषा) गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) कैपिटल इंडिया फाइनेंस लिमिटेड की प्रमुख अनुषंगी कंपनी कैपिटल इंडिया होम लोन्स में पूरी हिस्सेदारी वीवर सर्विसेज प्राइवेट लि. को बेचने को भारतीय रिजर्व बैंक से मंजूरी मिल गई है।
कैपिटल इंडिया फाइनेंस लिमिटेड (सीआईएफएल) ने बयान में कहा कि पिछले साल 16 अक्टूबर को हुई बैठक में प्रमुख अनुषंगी कंपनी कैपिटल इंडिया होम लोन्स (सीआईएचएल) में उसकी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी वीवर सर्विसेज को बेचने का निर्णय लिया गया।
कंपनी ने बताया कि सीआईएचएल ने वीवर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा उसके अधिग्रहण और नियंत्रण में बदलाव के संबंध में मंजूरी के लिए आरबीआई के पास आवेदन किया था। आरबीआई ने इस संबंध में 20 मई, 2025 को अपनी पूर्व मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी कुछ शर्तों के अधीन है।
सीआईएफएल के प्रबंध निदेशक केशव पोरवाल ने कहा, “कैपिटल इंडिया फाइनेंस वर्तमान में रणनीतिक एकीकरण के चरण में है, जिसमें इसका स्पष्ट ध्यान अपने मुख्य ऋण कारोबार को मजबूत करने पर है। उम्मीद है कि यह सौदा चालू वित्त वर्ष (2025-26) की पहली छमाही में पूरा हो जाएगा।”
पिछले वित्त वर्ष (2024-25) में कैपिटल इंडिया होम लोन की कुल आमदनी 74.55 करोड़ रुपये रही जबकि शुद्ध लाभ 2.78 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष में सीआईएचएल की प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति नौ प्रतिशत बढ़कर 490.03 करोड़ रुपये रही।
भाषा अनुराग रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
