नयी दिल्ली, 14 सितंबर (भाषा) शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी बायजू का 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्त वर्ष का घाटा 19 गुना बढ़कर 4,588 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। देश के प्रमुख स्टार्टअप ने कई माह के विलंब के बाद वित्तीय नतीजे जारी किए हैं।
कंपनी को वित्त वर्ष 2019-20 में 231.69 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
वहीं कंपनी का राजस्व भी वित्त वर्ष 2020-21 में एक प्रतिशत घटकर 2,428 करोड़ रुपये रह गया। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 2,511 करोड़ रुपये रहा था।
बायजू के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बायजू रविंद्रन ने पीटीआई-भाषा को बताया, हालांकि, पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में हमारा राजस्व चार गुना होकर 10,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
रवींद्रन ने कहा कि वृहद आर्थिक माहौल में अनिश्चितता के चलते कंपनी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को टालने पर भी विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि हमारी अभी आईपीओ लाने की कोई योजना नहीं है। हमने इसे 2023 के अंत तक टाल दिया है।
बायजू ने कहा कि कंपनी कारोबार को बढ़ावा देने के लिए अपने ऑफलाइन केंद्रों का विस्तार कर रही है।
कंपनी का दावा है कि पूरे भारत में उसके 200 से अधिक सक्रिय केंद्र हैं। इस साल के अंत तक इसे 500 केंद्रों तक बढ़ाने का लक्ष्य है।
बायजू की आने वाले वर्ष में कुल 10,000 और शिक्षकों को नियुक्त करने की योजना है।
वर्तमान में कंपनी में लगभग 50,000 कर्मचारी कार्यरत हैं।
भाषा रिया अजय
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