कोलकाता, 11 मार्च (भाषा) पश्चिम बंगाल की वित्त राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) चंद्रिमा भट्टाचार्य ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 3.21 लाख करोड़ रुपये का बजट शुक्रवार को विधानसभा में पेश किया।
विपक्ष के बहिष्कार के बीच पेश किए गए इस बजट में अगले वित्त वर्ष में 1,98,047 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्तियों का अनुमान जताया गया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने 1,14,958 करोड़ रुपये का सार्वजनिक ऋण जुटाने का भी प्रस्ताव रखा है।
वित्त वर्ष 2022-23 में पूंजीगत व्यय 33,144 करोड़ रुपये रहने का अनुमान इस बजट में जताया गया है। इसके अलावा 2,26,326 करोड़ रुपये का राजस्व व्यय भी होने की संभावना जताई गई है।
बजट में बैटरी एवं सीएनजी से चलने वाले वाहनों को पंजीकरण शुल्क से छूट और दो साल के पथ कर (रोड टैक्स) से रियायत देने का भी ऐलान किया गया है।
बजट 2022-23 में चाय उद्योग को राहत देने के लिए ग्रामीण रोजगार उपकर से छूट और कृषि आयकर हटाने का भी प्रस्ताव रखा गया है।
बजट प्रस्तावों के अनुसार 2022-23 के लिए कुल बजट आवंटन 2010-11 के आंकड़े के मुकाबले 3.8 गुना बढ़कर 3,21,030 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं विकास के लिए आवंटन 6.7 गुना बढ़कर 1,26,305 रुपये होने का अनुमान है।
भट्टाचार्य ने बजट में एक अप्रैल, 2022 से विधवा पेंशन के लिए अतिरिक्त आवंटन की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि उत्तरी बंगाल के विकास कार्यों के लिए इस बजट में 798 करोड़ रुपये आवंटित किए गए है।
भट्टाचार्य ने कहा कि स्टांप शुल्क पर दो फीसदी की छूट और जमीन के सर्किल रेट पर 10 फीसदी की छूट की अवधि को अगले छह महीने के लिए बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) के प्रतिशत के लिहाज से राजकोषीय घाटा 2022-23 में घटकर 3.64 प्रतिशत पर आ जाने का अनुमान है। यह वर्ष 2010-11 में 4.24 प्रतिशत पर था।
भाषा जतिन
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