नयी दिल्ली, 1 फरवरी (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि सीमावर्ती गांव में सम्पर्क और बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिये ‘वाइब्रेंट विलेजेज प्रोग्राम’ ( गतिशील गांव कार्यक्रम) लाया जायेगा ।
संसद में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऐसे सीमावर्ती गांव जिनकी जनसंख्या काफी कम है तथा उनके यहां सम्पर्क एवं बुनियादी सुविधाएं सीमित हैं, ऐसे गांव विकास के लाभ से वंचित रह गए हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तरी सीमा के ऐसे गांवों को ‘वाइव्रेंट विलेजेज कार्यक्रम’ के अंतर्गत लाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि यहां के क्रियाकलापों में गांव की बुनियादी सुविधाओं, आवास, पर्यटन केंद्रों के निर्माण, सड़क सम्पर्क, विकेंद्रित नवीकरणीय ऊर्जा की व्यवस्था शामिल है।
सीतारमण ने कहा कि इसके तहत दूरदर्शन और शिक्षण चैनलों के लिये ‘डायरेक्ट टू होम पहुंच’ की व्यवस्था करना और आजीविका सृजन के लिये सहायता जैसे कार्य किये जायेंगे।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘ इन कार्यों के लिये अतिरिक्त धन उपलब्ध कराया जायेगा।’’
उन्होंने कहा कि वर्तमान योजनाओं को एक में मिला दिया जायेगा तथा इसके परिणामों की विवेचना एवं सतत निगरानी की जायेगी ।
भाषा दीपक दीपक अजय
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