नयी दिल्ली, एक अप्रैल (भाषा) उन्नत रसायन सेल क्षेत्र के लिए बजट पिछले कुछ वर्षों में छह गुना बढ़ा है, जो ऊर्जा भंडारण पारिस्थितिकी को बढ़ावा देने के सरकार के निरंतर प्रयासों को दर्शाता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह बात कही।
उन्नत रसायन सेल (एसीसी) बैटरी भंडारण पर एक राष्ट्रीय कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 12 मई, 2021 को 18,100 करोड़ रुपये के बजटीय परिव्यय के साथ मंजूरी दी थी। इस योजना का उद्देश्य देश में इलेक्ट्रिक परिवहन और बैटरी भंडारण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना है।
इस योजना में अधिकतम घरेलू मूल्यवर्धन पर जोर देने के साथ भारत में गीगा स्तर की एसीसी और बैटरी विनिर्माण सुविधाओं की स्थापना करके देश की एसीसी विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने की सोच रखी गई है।
भारी उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव विजय मित्तल ने यहां ‘भारत ऊर्जा भंडारण सप्ताह 2024’ (आईईएसडब्ल्यू) के सिलसिले में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मंत्रालय और भारत सरकार ने बजट में छह गुना वृद्धि की है। शुरुआत में 1,118 करोड़ रुपये का बजट उपलब्ध कराया गया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस क्षेत्र को वित्तीय सहायता में लगातार बढ़ोतरी देखी है। भारत सरकार आत्मनिर्भर ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को प्राथमिकता देना चाहती है। इसके लिए बजटीय आवंटन 2022 में तीन गुना बढ़कर 3,000 करोड़ रुपये हो गया था और वित्त वर्ष 2023-24 में इसमें फिर से दोगुनी बढ़ोतरी हुई।’’
भारत ऊर्जा भंडारण गठबंधन (आईईएसए) इस वर्ष आईईएसडब्ल्यू सम्मेलन और प्रदर्शनी की अपनी 10वीं वर्षगांठ मना रहा है। आईईएसडब्ल्यू का आयोजन इस साल एक-पांच जुलाई को नयी दिल्ली में होने वाला है।
इस समारोह में 200 से अधिक प्रदर्शकों एवं भागीदारों और 50 से अधिक देशों के शिरकत करने की उम्मीद है।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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