नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) का एकल आधार पर शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में 24 प्रतिशत घटकर 3,214.06 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी ने मंगलवार को बताया कि सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस एलपीजी की बिक्री में घाटे और कम रिफाइनिंग मार्जिन के कारण उसका मुनाफा घटा।
बीपीसीएल ने शेयर बाजार को बताया कि जनवरी-मार्च 2025 में उसका एकल शुद्ध लाभ 3,214.06 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी अवधि में 4,224.18 करोड़ रुपये था।
वहीं तिमाही आधार पर मुनाफा तिमाही आधार पर 31 प्रतिशत घटा। पिछली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में कंपनी को 4,649.20 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।
बीपीसीएल और दूसरे सरकारी स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेताओं ने लागत से कम दरों पर रसोई गैस एलपीजी बेची, लेकिन सरकार ने 2024-25 में उसकी क्षतिपूर्ति नहीं की।
बीपीसीएल ने शेयर बाजार को बताया कि जनवरी-मार्च तिमाही में लागत से कम कीमत पर घरेलू एलपीजी बेचने पर उसे 3,217.82 करोड़ रुपये और पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में 10,446.38 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
बीपीसीएल ने प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर 6.82 डॉलर कमाए, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 14.14 डॉलर प्रति बैरल के सकल रिफाइनिंग मार्जिन से कम है।
बीती तिमाही में परिचालन राजस्व चार प्रतिशत घटकर 1.26 लाख करोड़ रुपये रहा।
कंपनी के निदेशक मंडल ने पांच रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की घोषणा की। यह वित्त वर्ष 2024-25 में पहले दिए गए पांच रुपये के अंतरिम लाभांश के अतिरिक्त है।
भाषा पाण्डेय रमण
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