नयी दिल्ली, 21 अगस्त (भाषा) भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने बुधवार को बिहार में वनरोपण की एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की, जिसका उद्देश्य राज्य के हरित आवरण को बढ़ाना है।
इस सार्वजनिक उपक्रम ने बयान में कहा कि ‘‘अरण्य’’ नामक इस परियोजना में राज्य के तीन प्रमुख वन क्षेत्रों में 1,00,000 सीडबॉल लगाए जाएंगे, जो 50 हेक्टेयर क्षेत्र को अपने दायरे में लायेंगे।
बिहार सरकार और एक एनजीओ भागीदार के सहयोग से, बीपीसीएल औरंगाबाद के मदनपुर वन में उमगा पहाड़ी, नवादा में रजौली वन क्षेत्र और गया में ब्रह्मयोनी, डुंगेश्वरी, प्रेतशिला और बराबर पहाड़ियों पर अपने प्रयासों को केंद्रित करेगी।
बीपीसीएल ने कहा कि यह पहल जो उसके कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) का हिस्सा है, ड्रोन तैनाती के माध्यम से हवाई बीजारोपण तकनीक का उपयोग करेगी, जो उन क्षेत्रों में कुशल और प्रभावी पुनर्वनीकरण की अनुमति देगा, जहां पहुंचना अन्यथा मुश्किल है।
इस दृष्टिकोण का उद्देश्य वन क्षेत्र को बहाल करना और स्थानीय समुदायों के लिए आर्थिक अवसर पैदा करते हुए पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देना है।
बीपीसीएल के सीएसआर प्रमुख रमन मलिक ने कहा, ‘‘पेड़ लगाना पर्यावरणीय स्थिरता में योगदान देने और स्थानीय समुदायों का समर्थन करने के सबसे प्रभावशाली तरीकों में से एक है। अरण्य जैसी वनीकरण परियोजनाओं में शामिल होकर, हम न केवल हरित क्षेत्र को बढ़ाते हैं, बल्कि प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी की भावना भी बढ़ाते हैं।’’
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