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शनिवार, 5 जुलाई, 2025
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बुलेट ट्रेन, सौर पार्क जैसी बड़ी परियोजनाएं गुजरात की प्रगति को दे रही हैं गति : अधिकारी

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अहमदाबाद, चार जनवरी (भाषा) गुजरात की प्रगति को मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन, धोलेरा सौर पार्क और कच्छ में हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा पार्क जैसी बड़ी परियोजनाओं से गति मिली है। अधिकारियों का कहना है कि यह भविष्य के लिए राज्य के महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण का प्रतीक है।

विकास परियोजनाओं और निवेश को आकर्षित करने के प्रयासों को गांधीनगर में 10 से 12 जनवरी तक आयोजित होने वाले 10वें वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन (वीजीजीएस) के माध्यम से और बढ़ावा मिलने वाला है।

अधिकारियों ने कहा कि दो लाख करोड़ रुपये की मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन 508 किलोमीटर लंबी हाई-स्पीड महत्वाकांक्षी रेल परियोजना है। यह महाराष्ट्र, गुजरात और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली में फैली हुई है और इसके अगस्त, 2026 तक पूरा होने की संभावना है।

बुलेट ट्रेन मुंबई और अहमदाबाद के बीच यात्रा को मौजूदा पांच घंटे से घटाकर 2.07 घंटे का करेगी। रास्ते में महाराष्ट्र में ठाणे और गुजरात में सूरत समेत 12 स्टेशन होंगे।

प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा, “यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वप्निल परियोजना है। अगर दूसरे देशों में लोग बुलेट ट्रेन से यात्रा कर सकते हैं तो भारत में क्यों नहीं? आज हम गर्व से कह सकते हैं कि हमारे गुजरात में मेट्रो ट्रेन है, बुलेट ट्रेन है, वंदे भारत जैसी बहुत तेज गति से चलने वाली ट्रेनें हैं।”

ट्रेन के 320 किमी/घंटा की गति से चलने और प्रत्येक दिशा में प्रतिदिन 17,900 यात्रियों को ले जाने की संभावना है।

‘हाई स्पीड’ ट्रेन में तीन श्रेणियां- ‘स्टैंडर्ड’, ‘बिजनेस’ और ‘ग्रैंड’ होंगी। परिचालन योजनाओं में 2.58 घंटे की हाई-स्पीड यात्रा और 2.07 घंटे की ‘रैपिड’ गति का विकल्प शामिल होगा।

एक सरकारी बयान में कहा गया है कि जून, 2023 तक परियोजना के लिए 429.53 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इसका प्रभाव न केवल यात्रा क्षेत्र पर है, बल्कि सीमेंट और इस्पात जैसे उद्योगों पर भी है, जिनमें महत्वपूर्ण वृद्धि हो सकती है।

सरकार के अनुसार, धोलेरा सौर पार्क गुजरात को भविष्य में आगे बढ़ाने वाली एक और परियोजना है। अहमदाबाद से 80 किमी दूर स्थित यह विशाल उद्यम भारत की सबसे बड़ी सौर परियोजना है। इसकी क्षमता 5,000 मेगावाट है।

अधिकारियों ने बताया कि साबरमती ‘हाई-स्पीड’ रेलवे स्टेशन भी मल्टीमॉडल यातायात केंद्र में बदल रहा है।

भाषा अनुराग अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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