नयी दिल्ली, नौ सितंबर (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को यहां कहा कि एक दशक में भारत का दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना कोई ”सामान्य उपलब्धि” नहीं है और देश के लोगों को इसका श्रेय लेना चाहिए।
आईएमएफ के अनुमानों के अनुसार ब्रिटेन को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। अब केवल अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी ही भारत से आगे हैं। एक दशक पहले, भारत बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में 11वें स्थान पर था, जबकि ब्रिटेन पांचवें स्थान पर था।
वित्त मंत्री ने ‘बिजनेसलाइन चेंज मेकर अवार्ड्स’ समारोह में कहा, ”यह कोई मामूली उपलब्धि नहीं है… देश के लोगों को इसका श्रेय लेना चाहिए।”
सीतारमण ने आगे कहा कि इन 10 वर्षों के दौरान कोविड महामारी का प्रकोप हुआ और सब कुछ ठप पड़ गया।
उन्होंने कहा कि महामारी के बाद की पुनरुद्धार की गति के बारे में हमेशा सवाल किए जाते हैं, ”लेकिन तथ्य यह है कि हम बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं।”
सीतारमण ने इस बात पर भी जोर दिया कि देश की उपलब्धियों को लेकर नकारात्मकता नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ”इस बारे में सोचिए कि हम अपने देश के लिए क्या कर रहे हैं। भले ही हम इसकी सेवा न करें, कम से कम नुकसान तो न पहुंचाए। यह ऐसा वक्त है, जब हम सभी सकारात्मक रहना चाहते हैं।”
वित्त मंत्री ने डिजिटल भुगतान और टीकाकरण के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों का भी जिक्र किया।
भाषा पाण्डेय रमण
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