मुंबई, आठ फरवरी (भाषा) बैंकरों ने बृहस्पतिवार को नीतिगत ब्याज दर स्थिर रखने के भारतीय रिजर्व बैंक के निर्णय को ‘संतुलित’ बताते हुए इसका स्वागत किया। उनका कहना है कि इसमें मुद्रास्फीति की चुनौती के साथ-साथ अर्थव्यवस्था की वृद्धि जरूरतों को भी ध्यान में रखा गया है।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा, “मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) का दरों और रुख को यथावत बनाए रखने का निर्णय अपेक्षित था। लेकिन नियामकीय निर्णय में डिजिटल मजबूती, ग्राहक केंद्रितता और मूल्य खोज की तलाश में एक व्यावहारिक और दृढ़ दृष्टिकोण रखा गया है।”
सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक के प्रमुख एस एल जैन ने नीतिगत दर को यथावत रखने के आरबीआई के निर्णय को ‘संतुलित’ बताते हुए इसका स्वागत किया।
जैन ने कहा, “ब्याज दरों को यथावत रखकर और अपने वर्तमान नीतिगत रुख पर कायम रहकर, एमपीसी का लक्ष्य आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने और मुद्रास्फीति के दबावों के प्रबंधन के बीच संतुलन बनाना है।”
विदेशी बैंक स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की भारत में प्रमुख जरीन दारूवाला ने कहा कि आरबीआई ने एक बहुत ही संतुलित निर्णय दिया है जिसने मुद्रास्फीति पर अपना निरंतर ध्यान केंद्रित रखा है। यह आरबीआई के अपने सख्त मौद्रिक रुख से दूर जाने की बाजार की उम्मीदों के विपरीत है।
भाषा अनुराग प्रेम
प्रेम
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.