मुंबई, 18 जुलाई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून की पहली तिमाही में दोगुना से अधिक होकर 452 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कुल आय में वृद्धि और फंसे कर्ज में कमी से बैंक का लाभ बढ़ा है।
बैंक ने सोमवार को शेयर बाजारों को बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 की जून तिमाही में उसकी कुल आय घटकर 3,774.32 करोड़ रुपये रह गई। वित्त वर्ष 2021-22 की इसी तिमाही में यह 3,790.72 करोड़ रुपये थी।
इसके अलावा बैंक का सकल एनपीए (सकल गैर-निष्पादित आस्तियां) आलोच्य तिमाही के दौरान घटकर कुल ऋण के 3.74 प्रतिशत पर आ गया। एक साल पहले की इसी अवधि में यह 6.35 प्रतिशत था।
इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए भी 2.22 प्रतिशत से घटकर 0.88 प्रतिशत रह गया। तिमाही के दौरान डूबे कर्ज और अन्य आकस्मिक खर्च के लिए बैंक का प्रावधान घटकर 548.41 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 753.10 करोड़ रुपये था।
बैंक ने कहा कि लेखांकन नीति में बदलाव का प्रभाव पड़ा और इसके कारण 30 जून, 2022 को समाप्त तिमाही के दौरान अन्य आय और शुद्ध लाभ में 22.03 करोड़ रुपये की कमी आई।
बीओएम के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ए एस राजीव ने कहा कि कर्मचारियों के स्थानांतरण और प्रोन्नति के बावजूद बैंक ने अच्छा प्रदर्शन किया। बैंक का शुद्ध लाभ 2022-23 की पहली तिमाही में 117.25 प्रतिशत बढ़ गया।
राजीव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम दूसरी तिमाही में उच्च वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं और भविष्य की वृद्धि पर बहुत सकारात्मक हैं।’’
इस बीच, बीएसई में बैंक ऑफ महाराष्ट्र का शेयर 3.11 प्रतिशत चढ़कर 16.6 रुपये पर बंद हुआ।
भाषा जतिन अजय
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