नयी दिल्ली, 25 जुलाई (भाषा) निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक का चालू वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 86 प्रतिशत बढ़कर 4,380.59 करोड़ रुपये हो गया। फंसे कर्ज के लिए वित्तीय प्रावधान में बड़ी कमी आने से बैंक का मुनाफा बढ़ा है।
एक्सिस बैंक ने सोमवार को शेयर बाजारों को तिमाही नतीजों की जानकारी दी।
बैंक ने कहा कि इस तिमाही में एकल आधार पर उसका मुनाफा 91 प्रतिशत बढ़कर 4,125.26 करोड़ रुपये रहा।
अप्रैल-जून, 2022 की तिमाही में बैंक की प्रमुख शुद्ध ब्याज आय 21 प्रतिशत बढ़कर 9,384 करोड़ रुपये हो गई। इसमें उसके ऋण में 14 प्रतिशत की वृद्धि का अहम योगदान रहा है। इसके अलावा बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन भी 0.4 प्रतिशत बढ़कर 3.60 प्रतिशत हो गया।
बैंक की कुल गैर-ब्याज आय 11 प्रतिशत गिरकर 2,999 करोड़ रुपये पर आ गई। इस दौरान प्रमुख शुल्क आय 34 प्रतिशत बढ़कर 3,576 करोड़ रुपये हो गई।
बैंक की कुल आय बढ़कर 21,727.61 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 19,361.92 करोड़ रुपये रही थी।
बैंक ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसकी सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) घटकर कुल कर्ज के 2.76 प्रतिशत पर आ गईं जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह अनुपात 3.85 प्रतिशत था। एक्सिस बैंक का शुद्ध एनपीए यानी फंसा कर्ज एक साल पहले के 1.20 प्रतिशत की तुलना में घटकर 0.64 प्रतिशत पर आ गया।
बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार आने का नतीजा यह हुआ है कि बैंक का कर एवं आकस्मिक खर्चों से इतर वित्तीय प्रावधान कई गुना गिरकर 359.36 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 3,302 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक अमिताभ चौधरी ने कहा कि बैंक ने सिटी इंडिया के खुदरा कारोबार के अधिग्रहण के लिए 12,000 करोड़ रुपये के सौदे पर प्रतिस्पर्द्घा आयोग से मंजूरी मांगी है। उन्होंने अगले छह-आठ हफ्तों में यह मंजूरी मिलने और मार्च 2023 तक यह सौदा पूरा हो जाने की उम्मीद जताई।
भाषा प्रेम अजय
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