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बुधवार, 21 मई, 2025
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अशोक विश्वविद्यालय ने अपनी तरह का पहला दैनिक खाद्य मूल्य सूचकांक विकसित किया

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नयी दिल्ली, दो जून (भाषा) अशोक विश्वविद्यालय ने खुदरा क्षेत्र में मुद्रास्फीति पर नजर रखने के लिए अपनी तरह का पहला दैनिक खाद्य मूल्य सूचकांक (डीएफपीआई) विकसित किया है जो तत्काल आधार पर खुदरा एवं थोक खाद्य बाजार की महंगाई के बारे में जानकारी दे सकेगा। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी है।

मौजूदा उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) और थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) मासिक और वार्षिक आधार पर जारी किए जाते हैं।

अशोक विश्वविद्यालय में आर्थिक आंकड़ा एवं विश्लेषण केंद्र (सीईडीए) के निदेशक अश्विनी देशपांडे ने कहा, ‘‘कोविड -19 महामारी और यूक्रेन में चल रहे संघर्ष जैसे कारकों के कारण खाद्य कीमतों में हालिया उछाल से अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाली स्थितियां विकसित हो सकती हैं। इस संदर्भ में तत्काल आधार पर उपलब्ध आकड़ों तक पहुंच कायम होने से समय पर बाजार हस्तक्षेप और मूल्य नियमन संबंधी फैसले करने की सुविधा हो सकती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आंकड़ों के प्रकाशन में देरी, और बाद में नीति निर्माण में देरी के कारण अक्सर इसकी कीमत चुकानी पड़ती है। इस प्रकार, सीईडीए द्वारा विकसित डीएफपीआई नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं और पत्रकारों के लिए एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक संसाधन होगा।’’

देशपांडे ने बताया कि सीईडीए का दैनिक खाद्य मूल्य सूचकांक वास्तविक समय में मुद्रास्फीति पर बारीकी से नजर रखने की सुविधा देता है, क्योंकि इसमें पूरे भारत में 179 केंद्रों के लिए 22 आवश्यक वस्तुओं की खुदरा और थोक वस्तुओं की कीमतें दर्ज होंगी।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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