नयी दिल्ली, पांच अप्रैल (भाषा) शिक्षा प्रौद्योगिकी फर्म और बायजू ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली कंपनी ‘थिंक एंड लर्न’ को एक आपातकालीन मध्यस्थता अदालत ने आकाश एजुकेशन में करीब छह प्रतिशत हिस्सेदारी नहीं बेचने के लिए कहा है।
आकास एजुकेशन, थिंक एंड लर्न की सहायक कंपनी है, जो अरबपति चिकित्सक रंजन पई के नेतृत्व वाली एमईएमजी फेमिली ऑफिस से जुटाए गए लगभग 350 करोड़ रुपये का भुगतान करने में विफल रही है।
एमईएमजी फेमिली ऑफिस ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए मार्च में मध्यस्थता कार्यवाही शुरू की थी।
एक कानूनी प्रतिनिधि ने कहा कि सिंगापुर अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र के नियमों के तहत भारत में नियुक्त एक आपातकालीन मध्यस्थ ने चार अप्रैल को इस संबंध में निर्देश जारी किए।
बायजू और एमईएमजी ने इस बारे में ईमेल से भेजे गए सवालों के जवाब नहीं दिए।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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