नयी दिल्ली, 22 अगस्त (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय की इकाई कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने कृषि निर्यातकों को सहयोग देने के लिए पटना, देहरादून और रायपुर में अपने तीन नए क्षेत्रीय कार्यालय खोलने का निर्णय लिया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
मौजूदा समय में, दिल्ली स्थित प्राधिकरण के बेंगलुरु, श्रीनगर, जम्मू, लद्दाख, गुवाहाटी, मुंबई, वाराणसी, कोच्चि और भोपाल सहित कई शहरों में 16 क्षेत्रीय कार्यालय हैं।
प्राधिकरण के कार्यों में निर्यात के लिए कुछ उत्पादों से संबंधित उद्योगों का विकास, उन उत्पादों के निर्यातक के रूप में व्यक्तियों का पंजीकरण, मानक तय करना, पैकेजिंग में सुधार और विपणन शामिल हैं।
अधिकारी ने कहा कि नए कार्यालय कृषि निर्यातकों द्वारा निर्यात खेप को बढ़ावा देंगे। एपीडा ने देश के कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए हैं, जो वित्त वर्ष 2024-25 में 50 अरब डॉलर को पार कर गया है।
अधिकारी ने आगे कहा, ‘‘एपीडा अपने अनुसूचित उत्पादों, जिनमें जीआई-टैग वाले उत्पाद भी शामिल हैं, के निर्यात में विविधता लाने के लिए विशेष कदम उठा रहा है। इसमें अनाज और भैंस के मांस जैसे पारंपरिक रूप से निर्यात किए जाने वाले उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देना और साथ ही जैविक उत्पादों, प्रसंस्कृत फलों और जूस जैसे नए उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देना शामिल है।’’
इसके अलावा, निर्यात बढ़ाने के लिए, प्राधिकरण नाशवान वस्तुओं के लिए समुद्री प्रोटोकॉल विकसित कर रहा है ताकि टिकाऊ और लागत-प्रभावी निर्यात संभव हो सके और प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार हो सके; बाजरा और चावल से नवीन मूल्यवर्धित उत्पादों के लिए भारतीय मोटा अनाज अनुसंधान संस्थान और अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) के साथ अनुसंधान एवं विकास कार्य कर रहा है; और खाद्य पदार्थो के स्वजीवन (जल्दी खरीब नहीं होने देने की समयावधि को) बढ़ाने, ताज़गी बनाए रखने और परिवहन के दौरान गुणवत्ता बनाए रखने के लिए पैकेजिंग में सुधार कर रहा है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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