नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) भारत ने चीन, ताइवान और वियतनाम से एक निश्चित प्रकार की टाइल के आयात के खिलाफ डंपिंग रोधी जांच शुरू की है। इन टाइलों का इस्तेमाल आवासीय और वाणिज्यिक भवनों में फर्श के लिए किया जाता है।
वाणिज्य मंत्रालय की जांच शाखा व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने घरेलू कंपनियों की शिकायत के बाद ‘विनाइल टाइलों’ की कथित डंपिंग को लेकर यह जांच शुरू की है।
डीजीटीआर की एक अधिसूचना के अनुसार वेलस्पन इंडिया लिमिटेड, वेलस्पन फ्लोरिंग लिमिटेड और वेलस्पन ग्लोबल ब्रांड्स लिमिटेड ने चीन, ताइवान और वियतनाम से आयात की जाने वाली एक निश्चित टाइल पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाने के लिए निदेशालय के समक्ष एक याचिका दायर की थी।
आवेदकों ने आरोप लगाया है कि इन देशों से आयात किये जाने वाला उत्पाद की डंपिंग घरेलू उद्योग को प्रभावित कर रही है।
महानिदेशालय ने कहा, ‘घरेलू उद्योग द्वारा प्रमाणित लिखित आवेदन और डंपिंग के बारे में उद्योग द्वारा प्रस्तुत प्रथम दृष्टया साक्ष्य के आधार पर संतुष्ट होने के बाद टाइलों के आयात के खिलाफ डंपिंग रोधी जांच शुरू की गई है।’
यदि यह साबित हो जाता है कि डंपिंग से घरेलू कंपनियों को वास्तविक क्षति हुई है, तो डीजीटीआर इसके आयात पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश करेगा। हालांकि अंतिम निर्णय वित्त मंत्रालय करेगा।
गौरतलब है कि भारत चीन समेत कई देशों से सस्ते आयात से निपटने के लिए पहले ही कई उत्पादों पर डंपिंग रोधी शुल्क लगा चुका है।
भाषा जतिन रमण
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