नयी दिल्ली, 13 सितंबर (भाषा) अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) ने क्लाउड कंप्यूटिंग के जरिये अंतरिक्ष-प्रौद्योगिकी नवोन्मेषण को समर्थन देने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और इन-स्पेस के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
एडब्ल्यूएस ने बुधवार को बयान में कहा कि इस समझौते का उद्देश्य अंतरिक्ष गतिविधियों से जुड़े स्टार्टअप, शोध संस्थानों और छात्रों के एडब्ल्यूएस एक्टिवेट के जरिये क्लाउड कंप्यूटिंग प्रौद्योगिकी तक पहुंच देना है ताकि वे अंतरिक्ष क्षेत्र में नए समाधान विकसित कर सकें।
अमेजन वेब सर्विसेज की इसरो और भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्द्धन और प्राधिकरण केंद्र (इन-स्पेस) के साथ यह साझेदारी इस साल अप्रैल में घोषित भारतीय अंतरिक्ष नीति, 2023 का अनुकरण करती है। इस नीति में अंतरिक्ष कार्यक्रम के विकास में क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा और कृत्रिम मेधा एवं मशीन लर्निंग जैसी नई प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल बढ़ाने का जिक्र है।
एडब्ल्यूएस की निदेशक (भारत एवं दक्षिण एशिया) शालिनी कपूर ने कहा, ‘‘क्लाउड कंप्यूटिंग से संवर्द्धित नवाचार अंतरिक्ष उद्योग को बेहतर एवं त्वरित निर्णय लेने में सक्षम बनाते हैं। हमें धरती पर जीवन बेहतर बनाने के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी समाधानों के विकास में भारत के अपने उपभोक्ताओं की मदद करने का इंतजार है।’’
इसरो के निदेशक (क्षमता निर्माण) सुधीर कुमार एन ने कहा कि एडब्ल्यूएस तक पहुंच मिलने से स्टार्टअप कंपनियों को फायदा होगा और उन्हें वैमानिकी एवं उपग्रह समाधानों के निर्माण का वैश्विक अनुभव भी होगा।
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