मुंबई, 28 मार्च (भाषा) अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं के फिर से शुरू होने और घरेलू शुल्कों में वृद्धि के साथ घरेलू ‘हवाईअड्डों’ का परिचालन वित्त वित्त वर्ष 2022-23 में पटरी पर लौटने की उम्मीद है। एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
कोविड-19 महामारी के कारण देश में हवाईअड्डों का परिचालन पिछले दो वर्षों से बुरी तरह प्रभावित था।
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में हवाई यात्रियों की संख्या सालाना आधार पर 68 से 70 प्रतिशत बढ़कर 31.7 से 32 करोड़ होने की संभावना है।
रिपोर्ट के अनुसार इससे वित्त वर्ष 2022-23 में हवाईअड्डों की परिचालन आय 49 से 51 प्रतिशत बढ़कर 14,400 से 14,600 करोड़ रुपये हो जाएगी, जिससे ऑपरेटरों को 29 से 30 प्रतिशत का परिचालन मार्जिन मिलेगा।
वहीं वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में कुल यात्री की संख्या 68 से 70 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 31.7 से 32 करोड़ हो जायेगी, जबकि घरेलू यात्री की संख्या सालाना आधार पर 64 से 66 प्रतिशत की वृद्धि के साथ महामारी-पूर्व स्तर पर पहुंच सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि रविवार से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन फिर शुरू होने के साथ अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात में 100 से 105 प्रतिशत की स्वस्थ वृद्धि देखने को मिलेगी। बशर्ते महामारी की चौथी लहर नहीं आए या अगली लहर का प्रभाव कमजोर रहे।
इस बीच, रिपोर्ट में कहा गया है कि विमानन क्षेत्र को अगले पांच वर्षों में 90,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश मिलने की उम्मीद है।
इसमें प्रमुख निजी हवाई अड्डों पर क्षमता का विस्तार, विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा अपने संचालन वाले हवाईअड्डों में 25,000 करोड़ रुपये का निवेश समेत 21 नए हवाई अड्डों की स्थापना के लिए 30,000-34000 करोड़ रुपये का खर्च शामिल है।
भाषा जतिन
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