नयी दिल्ली, सात अप्रैल (भाषा) भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की प्रमुख रवनीत कौर ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग से कार्यकुशलता और नवाचार में बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन इसके साथ बाजार एकीकरण और प्रतिस्पर्धा-रोधी व्यवहार की चिंताएं भी जुड़ी हैं।
निगरानी संस्था सीसीआई के पास प्रतिस्पर्धा-रोधी तरीकों पर अंकुश लगाने और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने का अधिकार है।
सीसीआई जल्द ही कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के सभी पहलुओं पर विचार करने के लिए एक अध्ययन शुरू करेगा। इसके तहत प्रस्ताव के लिए अनुरोध (आरएफपी) आने वाले हफ्तों में जारी होने की उम्मीद है।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की चेयरपर्सन रवनीत कौर ने पीटीआई-भाषा को हाल में एक साक्षात्कार में बताया कि अध्ययन में यह भी देखा जाएगा कि एआई का उपयोग नियामक कैसे कर सकता है।
उन्होंने कहा, ”एआई और मशीन लर्निंग के बढ़ते प्रभाव से प्रतिस्पर्धा कानून के लिए अवसर और चुनौतियां, दोनों हैं।”
उन्होंने कहा कि ये प्रौद्योगिकियां कार्यकुशलता और नवाचार को बढ़ावा दे सकती हैं, लेकिन बाजार में एकीकरण और प्रतिस्पर्धा-रोधी व्यवहार से संबंधित चिंताओं को भी बढ़ा सकती हैं।
कौर ने इस बात पर भी जोर दिया कि नियामक इन घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रतिस्पर्धा ढांचा मजबूत रहे और नए बदलावों का मुकाबला किया जा सके।
भाषा पाण्डेय
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