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Saturday, 16 November, 2024
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कृत्रिम मेधा का इस्तेमाल कर फसल बीमारियों का पता लगाने के लिये समझौता

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चेन्नई, छह अप्रैल (भाषा) एनईसी कॉरपोरेशन इंडिया की एक इकाई एनईसी लैबोरेटरीज ने तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (टीएनएयू) के साथ एक शुरूआती समझौता (एमओयू) किया है। इस समझौते के तहत कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और मशीन लर्निंग का उपयोग कर फसल में बीमारियों का जल्द से जल्द पता लगाने के लिए समाधान पेश किया जायेगा।

एनईसी लैबोरेटरीज ने बुधवार को एक बयान में कहा कि इस शुरूआती समझौते के तहत एनईसी का उद्देश्य फसलों में रोग की पहचान करने तथा कृषि विशेषज्ञों के माध्यम से उपचार प्रदान करने में मदद करना है।

एनईसी कृत्रिम बुद्धिमत्ता के साथ एक मोबाइल एप्लिकेशन (मोबाइल एप) विकसित करेगा जबकि टीएनएयू विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान करेगा और बीमारियों का पता लगाने के लिए आंकड़ा संग्रह में सहायता करेगा। दोनों के सर्वोत्तम संयोजन से, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग के माध्यम से रोग की शुरुआत का शीघ्र पता लगाया जा सकता है जिससे किसान उपचारात्मक उपाय करने के लिए मुस्तैद हो सकें।

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के अनुसार, विश्व स्तर पर किसान अपनी फसल का 40 प्रतिशत हर साल कीड़ों और बीमारियों की वजह से गंवा देते हैं।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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