इंदौर, 25 मई (भाषा) उद्योग जगत के एक संगठन ने बुधवार को कहा कि वर्ष 2020 में कोविड-19 के प्रकोप के बाद पिछले दो साल के दौरान देश में सुगंधित और औषधीय तेलों का कुल कारोबार बढ़कर 15,000 करोड़ रुपये के वार्षिक स्तर पर पहुंच गया है।
एसेंशियल ऑयल एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश दुबे ने इंदौर में संवाददाताओं को बताया,‘‘देश में बनने वाले औषधीय तेलों की मांग महामारी के प्रकोप के बाद दुनियाभर में बढ़ी है। इससे सुगंधित और औषधीय तेलों का कुल कारोबार 15,000 करोड़ रुपये के सालाना स्तर पर पहुंच गया है। इसमें हर वर्ष 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।’’
उन्होंने बताया कि यूरोप और अमेरिका के साथ ही संयुक्त अरब अमीरात तथा सऊदी अरब में भारत के सुगंधित और औषधीय तेलों की बड़ी मांग है जहां से अन्य देशों को भी इनकी आपूर्ति की जाती है।
दुबे ने बताया कि देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में एसेंशियल ऑयल एसोसिएशन का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन बृहस्पतिवार से शुरू होकर शनिवार तक चलेगा और इसमें देश-दुनिया के 1,000 लोग हिस्सा लेंगे।
उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में यह सम्मेलन पहली बार आयोजित किया जा रहा है और इसका मकसद राज्य में प्रचुर मात्रा में मिलने वाली जड़ी-बूटियों के प्रसंस्करण को बढ़ावा देना है।
केंद्र सरकार के कन्नौज स्थित सुगंध और सुरस विकास केंद्र (एफएफडीसी) के निदेशक शक्तिविनय शुक्ला ने बताया कि दुनिया का करीब 90 प्रतिशत मेंथा भारत में पैदा होता है और देश में इसकी खेती की विस्तार की अब भी काफी संभावनाएं हैं।
भाषा हर्ष
अर्पणा अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.