नयी दिल्ली, 21 जुलाई (भाषा) अबूधाबी निवेश प्राधिकरण (एडीआईए) ने सोमवार को कहा कि वह चिकित्सा उपकरण कंपनी माइक्रो लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड (मेरील) में तीन प्रतिशत हिस्सेदारी का 20 करोड़ डॉलर में अधिग्रहण करेगी।
एडीआईए के पूर्ण-स्वामित्व वाली एक अनुषंगी कंपनी ने मेरील में तीन प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए 20 करोड़ डॉलर के निवेश संबंधी निर्णायक समझौते किए हैं।
एडीआईए ने बयान में कहा कि इस निवेश के साथ मेरील का उद्यम मूल्य 6.6 अरब डॉलर आंका गया है।
हालांकि, यह अधिग्रहण समझौता भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की नियामकीय मंजूरी के अधीन है।
बिलाखिया समूह द्वारा स्थापित मेरील चिकित्सा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी है। इसके समाधान हृदयरोग, आर्थोपेडिक्स, एंडो-सर्जरी, इन-विट्रो डायग्नोस्टिक और सर्जिकल रोबोटिक्स जैसे विशेषज्ञ क्षेत्रों से संबंधित हैं।
गुजरात के वापी में स्थित मुख्यालय वाली कंपनी मेरील की 35 से अधिक वैश्विक अनुषंगी कंपनियां हैं। यह लगभग 150 देशों में स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों को सेवाएं देती है। इसके साथ 13,000 से अधिक कर्मचारी जुड़े हुए हैं।
मेरील के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (रणनीति) संजीव भट्ट ने कहा, ‘‘यह निवेश हमें वृद्धि को तेज करने, विश्वस्तरीय प्रतिभाओं को आकर्षित करने और उन्नत स्वास्थ्य सेवा समाधान के जरिये मानव जीवन की गुणवत्ता बेहतर करने में सक्षम बनाएगा।’’
वर्ष 1976 में स्थापित एडीआईए एक वैश्विक रूप से विविधीकृत निवेश इकाई है जो दीर्घकालिक मूल्य सृजन पर केंद्रित रणनीति के जरिये अबूधाबी सरकार की तरफ से धन का विवेकपूर्ण निवेश करती है।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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