मुंबई, 11 मई (भाषा) सेबी ने पाया है कि वायदा-विकल्प खंड के ‘इंडेक्स ऑप्शस’ में लोगों की गतिविधियों में उतनी गिरावट नहीं आई है जितनी उम्मीद थी।
सूत्रों ने कहा कि बाजार नियामक लोगों की गतिविधियों की फिर से जांच करेगा और अगर जरूरी हुआ तो आगे की कार्रवाई करेगा।
सेबी ने दिसंबर 2024 और मार्च 2025 के बीच ‘इंडेक्स ऑप्शस’ गतिविधियों की जांच की और पाया कि सालाना आधार पर इसमें कुछ कमी हुई है, लेकिन यह अभी भी दो साल पहले की तुलना में बहुत अधिक है।
गौरतलब है कि सेबी ने नवंबर 2024 में व्यक्तिगत गतिविधि को सीमित करने के लिए वायदा और विकल्प खंड पर कुछ प्रतिबंध लगाए थे।
आंकड़ों के मुताबिक व्यक्तिगत निवेशकों को 90 प्रतिशत से अधिक सौदों में घाटा होता है।
बीते चार महीनों के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला कि इक्विटी वायदा-विकल्प में कारोबार करने वाले व्यक्तियों की संख्या में सालाना आधार पर 12 प्रतिशत की गिरावट आई है, लेकिन दो साल पहले की तुलना में यह 77 प्रतिशत अधिक है।
एक सूत्र ने कहा, ”सेबी निवेशकों की सुरक्षा और प्रणालीगत स्थिरता के लिए इंडेक्स ऑप्शन में व्यक्तियों की कारोबारी गतिविधियों की फिर से जांच करेगा।”
उन्होंने कहा कि यह देखा गया है कि इंडेक्स ऑप्शस में सट्टेबाजी या अत्यधिक कारोबार को रोकने के लिए पिछले साल किए गए उपायों के बावजूद गतिविधियां अभी भी अधिक है्ं।
सूत्र ने कहा, ”सेबी इंडेक्स ऑप्शन में गतिविधि की निगरानी जारी रखेगा और यदि आवश्यक हुआ तो इस संबंध में किसी भी अन्य कार्रवाई पर विचार करेगा।”
भाषा पाण्डेय
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