नयी दिल्ली, पांच अगस्त (भाषा) वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान दूरसंचार कंपनियों के खिलाफ मोबाइल सेवाओं से संबंधित पांच करोड़ से अधिक शिकायतें प्राप्त हुईं जिनमें से अकेले एयरटेल के ही खिलाफ लगभग 54 प्रतिशत शिकायतें मिलीं। इसके बाद शिकायतों के मामले में वोडाफोन आइडिया का स्थान है। संसद को शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।
संचार राज्य मंत्री देवूसिंह चौहान ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में वर्ष 2021-22 के दौरान मोबाइल सेवाओं से संबंधित विभिन्न दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के खिलाफ मिली शिकायतों का आंकड़ा दिया। इसके अनुसार एयरटेल के खिलाफ शिकायतों की संख्या 2,99,68,519 थी जबकि वोडाफोन-आइडिया के खिलाफ 2,17,85,460 शिकायतें आई थीं।
रिलायंस जियो के खिलाफ ऐसी शिकायतों की संख्या 25.8 लाख थी।
कुल मिलाकर, 2021-22 के दौरान शिकायत केंद्रों पर दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियों के हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से उपभोक्ताओं ने लगभग 5.5 करोड़ शिकायतें दर्ज कराई थीं।
सरकारी स्वामित्व वाली भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) और महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) के खिलाफ शिकायतों की संख्या क्रमशः 8.8 लाख और 48,170 रही थी।
चौहान ने कहा, ‘‘ग्राहक हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से शिकायत केंद्रों पर प्राप्त शिकायतों का समाधान संबंधित सेवा प्रदाता द्वारा किया जाता है।’’
अगर सेवा प्रदाताओं द्वारा शिकायतों का समाधान नहीं किया जाता है, तो ऐसे में शिकायतकर्ता दूरसंचार विभाग की जन शिकायत इकाई से संपर्क कर सकते हैं। इस प्रकार प्राप्त सभी शिकायतों की निगरानी और समाधान केंद्रीकृत लोक शिकायत निवारण और निगरानी प्रणाली (सीपीग्राम्स) पोर्टल के माध्यम से किया जाता है।
मंत्री ने कहा, ‘‘सीपीग्राम्स पोर्टल के जरिये वर्ष 2021-22 के दौरान प्राप्त शिकायतों की संख्या 58,911 थी, जिनमें से 58,224 का समाधान किया गया।’’
भाषा राजेश राजेश प्रेम
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