नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने रविवार को कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अब तक तीन करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल किए जा चुके हैं. मंत्रालय ने अभी तक आईटीआर दाखिल नहीं करने वाले करदाताओं से अपना रिटर्न जल्द से जल्द दाखिल करने को भी कहा है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रतिदिन दाखिल किए जाने वाले आयकर रिटर्न की संख्या चार लाख से अधिक हो गई है और 31 दिसंबर की विस्तारित तारीख नजदीक आने के साथ इसमें और तेजी आ रही है.
विभाग ई-मेल एवं एसएमएस भेजने के अलावा मीडिया अभियानों के माध्यम से करदाताओं को अपना आयकर रिटर्न समय पर दाखिल करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है.
विभाग ने अभी तक आकलन वर्ष 2021-22 के लिए आयकर रिटर्न दाखिल नहीं करने वाले करदाताओं से अनुरोध किया है कि वे अंतिम समय की भीड़ से बचने के लिए जल्द से जल्द अपना आईटीआर दाखिल करें.
वित्त मंत्रालय ने कहा, ‘आयकर विभाग सभी करदाताओं से आग्रह करता है कि वे अपने फॉर्म 26 एएस और वार्षिक सूचना ब्योरे (एआईएस) को ई-रिटर्न दाखिल करने के पोर्टल के जरिये देखें, जिससे उन्हें पता चल सकेगा कि स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) और कर भुगतान सही है या नहीं.’
बयान के मुताबिक, आकलन वर्ष 2021-22 के लिए दाखिल रिटर्न का आंकड़ा 3.03 करोड़ पर पहुंच गया है. इसमें 58.98 प्रतिशत आईटीआर 1 (1.78 करोड़), आठ प्रतिशत आईटीआर 2 (24.42 लाख), 8.7 प्रतिशत आईटीआर 3 (26.58 लाख) हैं.) और 23.12 प्रतिशत आईटीआर 4 (70.07 लाख) हैं. इसके अलावा 2.14 लाख आईटीआर 5 , 91 हजार आईटीआर 6 और 15 हजार आईटीआर 7 दाखिल किए गए हैं.
बयान में कहा गया है कि आधार ओटीपी और अन्य तरीकों के जरिये ई-सत्पापन की प्रक्रिया आईटीआर की जांच और रिफंड की दृष्टि से महत्वपूर्ण है.
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