नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (भाषा) पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में फंसे पर्यटकों को वापस लाने के लिए बृहस्पतिवार को आठ अतिरिक्त सेवाओं सहित 110 उड़ानें संचालित की गईं जिनसे 14,000 से अधिक यात्रियों ने यात्रा की।
इसके साथ ही नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि श्रीनगर को जोड़ने वाले हवाई मार्ग पर उड़ानों के किराये में दो दिनों के भीतर उल्लेखनीय कमी भी आई है।
पहलगाम हमले के बाद हवाई किराया बहुत अधिक बढ़ा दिए जाने पर कई लोगों ने चिंता जताई थी।
मंत्रालय ने कहा कि संपर्क उड़ानों के लिए एयरलाइंस आमतौर पर एक किराया संरचना लागू करती हैं, जो यात्रा के प्रत्येक व्यक्तिगत खंड की लागतों को जोड़ती है और कुछ मामलों में, इकॉनमी (किफायती) श्रेणी और ‘बिजनेस’ श्रेणी की टिकटों के दाम लगभग करीब पहुंच जाते हैं।
पहलगाम में मंगलवार को आतंकी हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे। इसके बाद से बड़ी संख्या में पर्यटक जम्मू-कश्मीर से लौट रहे हैं।
पर्यटकों की वापसी को सुविधाजनक बनाने के लिए एयरलाइन कंपनियां अतिरिक्त उड़ानें संचालित कर रही हैं और मंत्रालय हवाई टिकट की कीमतों पर नज़र रख रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि टिकटों के दाम में कोई उछाल न आए।
आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि श्रीनगर हवाई अड्डे पर बृहस्पतिवार को सुबह छह बजे से शाम आठ बजे तक 57 उड़ानें आईं और 53 उड़ानें रवाना हुईं, जिससे कुल 14,197 यात्रियों ने यात्रा की।
मंत्रालय ने कहा कि एयरलाइंस ने टिकट निरस्तीकरण और पुनर्निर्धारण शुल्क को माफ कर दिया है, और श्रीनगर को जोड़ने वाली उड़ान क्षमता में वृद्धि की है।
मंत्रालय ने एक सार्वजनिक सूचना में कहा, “पिछले दो दिनों में श्रीनगर से हवाई किराए में उल्लेखनीय कमी देखी गई है। मसलन, श्रीनगर से दिल्ली की उड़ान के एक टिकट की कीमत 21 अप्रैल, 2025 को 20,000 रुपये से अधिक थी लेकिन वह 24 अप्रैल, 2025 तक 10,000 रुपये से कम होकर अधिक किफायती हो गई है।”
भाषा अनुराग प्रेम
प्रेम
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.