नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (भाषा) सरकार ने बेहतर मानसूनी बारिश के कारण फसल वर्ष 2022-23 के लिए 32.8 करोड़ टन के रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य तय किया है।
पिछले वर्ष के उत्पादन की तुलना में यह लक्ष्य 3.8 प्रतिशत अधिक है।
कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, जून को समाप्त होने वाले चालू फसल वर्ष 2021-22 में खाद्यान्न उत्पादन 31 करोड़ 60.6 लाख टन के रिकॉर्ड स्तर तक होने का अनुमान है।
फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) के लिए लक्ष्य का निर्धारण, खरीफ अभियान 2022 के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन में किया गया था। इसका आयोजन मंगलवार को रबी (सर्दियों) के मौसम की प्रगति की समीक्षा करने और खरीफ (गर्मी) फसलों की योजना के लिए आयोजित किया गया था।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए कृषि आयुक्त ए के सिंह ने कहा कि इस साल सामान्य मानसून का पूर्वानुमान चावल जैसी खरीफ फसलों की बुवाई के लिए शुभ संकेत है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने फसल वर्ष 2022-23 के लिए रिकॉर्ड 32.8 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा है।’’
कुल खाद्यान्न उत्पादन में से खरीफ सत्र के लिए 16 करोड़ 31.5 लाख टन और रबी सत्र के लिए 16 करोड़ 48.5 लाख टन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
खरीफ सत्र के लिए चावल उत्पादन लक्ष्य 11.2 करोड़ टन, मक्का 23.10 लाख टन, दलहन 10.55 लाख टन और तिलहन उत्पादन लक्ष्य 26.89 लाख टन रखा गया है।
सिंह ने कहा कि सोयाबीन को छोड़कर, आगामी खरीफ सत्र की आवश्यकता को पूरा करने के लिए अतिरिक्त बीज की उपलब्धता है। उन्होंने कहा कि उर्वरक की उपलब्धता भी मौसम की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
उन्होंने कहा कि हालांकि, राज्य सरकारों को तिलहन में उच्च उपज अंतर, सूरजमुखी में गिरते खेती के रकबे और बुवाई के लिए सोयाबीन के बीज की कमी को दूर करने की आवश्यकता है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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