नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (भाषा) रियल्टी और बुनियादी ढांचा क्षेत्र के निवेश साधनों – रीट और इनविट – ने मार्च के अंत तक पिछले चार साल में 1.3 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक रिपोर्ट में कहा कि इन निवेश साधनों में और अधिक निवेश आने की उम्मीद है।
विशेषज्ञों और संबंधित पक्षों का मानना है कि भारत की तेज गति से वृद्धि के साथ, रीट और इनविट वैकल्पिक निवेश साधनों के रूप में उभर रहे हैं। खासकर अधिक धनी व्यक्तियों के बीच इनकी लोकप्रियता बढ़ रही है।
आरबीआई के अप्रैल बुलेटिन में ‘अर्थव्यवस्था की स्थिति’ विषय पर प्रकाशित एक लेख में कहा गया है, ”भारत ने रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (रीट) और बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट (इनविट) को देर से अपनाया, हालांकि अब इनका बाजार बढ़ रहा है।”
लेख के मुताबिक, ”रीट और इनविट ने 2019-20 से (मार्च 2024 तक) 1.3 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं।”
इस साल मार्च में एक इनविट सूचीबद्ध हुआ, जिसने सार्वजनिक निर्गम के जरिए 2,500 करोड़ रुपये जुटाए।
लेख में उल्लेख किया गया है कि बाजार नियामक सेबी ने इन हाइब्रिड उपकरणों में अधिक खुदरा भागीदारी को सक्षम करने के लिए न्यूनतम निवेश राशि लगातार कम की है।
भाषा
पाण्डेय रमण
रमण
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