नयी दिल्ली, 21 अप्रैल (भाषा) भारत ने ब्रिटेन के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के तहत एमिटी क्षेत्र और कई वस्तुओं के लिए अधिक बाजार पहुंच की मांग की है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
एमिटी क्षेत्र में आयुष, चिकित्सा, आईटी, कपड़ा और योग शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि भारत दोनों देशों में शैक्षिक डिग्री की पारस्परिक मान्यता दिए जाने की बात कर रहा है।
भारत और ब्रिटेन ने प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए दूसरे दौर की बातचीत मार्च में पूरी की थी। इस समझौते का मकसद आर्थिक संबंधों को और मजबूत करना है।
दोनों पक्षों के वार्ताकार अगले सप्ताह यहां तीसरे दौर की वार्ता करेंगे।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘भारत समझौते के तहत वस्तुओं और सेवाओं के बाजार तक अधिक पहुंच चाहता है। ’’ भारत इस तरह के समझौतों में सेवा क्षेत्र की बेहतर वृद्धि चाहता है।
उन्होंने कहा कि पेशेवर सेवाएं देने के लिए एक अल्पकालिक वीजा की जरूरत होती है और इसके लिए निष्पक्ष तथा पारदर्शी नियम होने चाहिए।
वस्तुओं के मामले में भारत श्रम प्रधान क्षेत्रों के लिए अधिक बाजार पहुंच की मांग कर रहा है। ऐसा होने पर भारत के निर्यात को बढ़ावा मिल सकता है।
सूत्रों ने कहा कि भारत फार्मा क्षेत्र में भी ब्रिटेन को कम लागत और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की आपूर्ति कर सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में कहा था कि दुनिया भारत को एक भरोसेमंद भागीदार के रूप में देखती है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इस समय दो दिन की यात्रा पर भारत आए हुए हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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