मुंबई, 24 अप्रैल (भाषा) भारतीय आईटी सेवा क्षेत्र में लगातार दूसरे साल राजस्व वृद्धि में नरमी देखी जा रही है। एक घरेलू रेटिंग एजेंसी ने बुधवार को कहा कि यूरोप और अमेरिका में प्रौद्योगिकी मद में खर्च में मामूली वृद्धि हुई है, जिसके कारण घरेलू आईटी सेवा कंपनियों का राजस्व में वृद्धि में नरमी है।
क्रिसिल रेटिंग्स ने कहा कि उसे उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2024-25 में यह क्षेत्र 5-7 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में छह प्रतिशत की वृद्धि हुई।
इस उद्योग का कुल आकार 250 अरब अमेरिकी डॉलर आंका गया है और यह 50 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रूप से रोजगार देता है।
क्रिसिल के निदेशक आदित्य झावर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में भी प्रौद्योगिकी खर्च में नरमी जारी रहेगी, जिससे आईटी सेवा प्रदाताओं की राजस्व वृद्धि पर असर पड़ेगा।
हालांकि, उद्योग का परिचालन लाभ मार्जिन 22-23 प्रतिशत पर स्थिर रहेगा। इसका श्रेय कर्मचारी लागत के विवेकपूर्ण प्रबंधन को दिया जा सकता है।
एजेंसी ने कहा कि उच्च ब्याज दरों और ग्राहक बाजारों में आर्थिक नरमी के कारण वित्त वर्ष 2023-24 में बैंक, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई), खुदरा, प्रौद्योगिकी और संचार क्षेत्रों में कंपनियों के प्रौद्योगिकी मद में खर्च में मामूली वृद्धि हुई।
झावर ने कहा कि बीएफएसआई और खुदरा क्षेत्रों से राजस्व वित्त वर्ष 2024-25 में 4-5 प्रतिशत की धीमी गति से बढ़ेगा।
भाषा पाण्डेय रमण
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