मुंबई, 22 मई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 में अपने मुनाफे में 25 से 30 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करने का लक्ष्य रखा है। बैंक ने कहा है कि शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) में बढ़ोतरी तथा डूबे कर्ज के लिए प्रावधान घटने से वह मुनाफे में अच्छी वृद्धि हासिल कर पाएगा।
बीते वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक ने 1,150 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2020-21 के 550 करोड़ रुपये के दोगुने से भी अधिक है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ए एस राजीव ने पीटीआई-भाषा से एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘इस वित्त वर्ष में हमारा शुद्ध लाभ और बढ़ेगा। पिछले साल हमने संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार के लिए परिचालन मुनाफे से अधिक प्रावधान किया था। अब हमारी शुद्ध गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) एक प्रतिशत से नीचे आ गई हैं। सकल एनपीए भी चार प्रतिशत से कम है।’’
राजीव ने कहा, ‘‘अब डूबे कर्ज के लिए और प्रावधान करने की जरूरत नहीं होगी। इससे हमारा मुनाफा अपने-आप सुधरेगा। मेरा अनुमान है कि पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 2022-23 में हमारा शुद्ध लाभ 25 से 30 प्रतिशत अधिक रहेगा।’’
शुद्ध ब्याज आय में बढ़ोतरी के बूते भी बैंक मुनाफे में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहा है। बैंकों द्वारा ऋण पर लिए जाने वाले ब्याज और जमा पर दिए जाने वाले ब्याज का अंतर शुद्ध ब्याज आय होता है।
राजीव ने कहा, ‘‘चालू वित्त वर्ष में हमें शुद्ध ब्याज आय 20 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 7,500 करोड़ रुपये पर पहुंचने की उम्मीद है।’’
बीते वित्त वर्ष में बैंक की शुद्ध ब्याज आय 23.42 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6,044 करोड़ रुपये रही थी। इससे पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में यह 4,897 करोड़ रुपये थी।
भाषा अजय अजय प्रेम
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