नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (भाषा) देश का चीनी उत्पादन सितंबर, 2022 में समाप्त होने वाले चालू विपणन सत्र में 13 प्रतिशत बढ़कर 3.5 करोड़ टन रहने का अनुमान है। इस दौरान चीनी निर्यात 95 लाख टन रहने की संभावना है। खाद्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
मंत्रालय ने कहा कि पिछले साल का 92,480 करोड़ रुपये का करीब 99.5 प्रतिशत गन्ने का बकाया चुका दिया गया है। इसके अलावा चालू साल के लिए भी किसानों को गन्ने का 80 प्रतिशत बकाया दे दिया गया है।
खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय की अध्यक्षता में यहां डिजिटल तरीके से राज्यों के गन्ना आयुक्तों के साथ हुई बैठक में चीनी की उपलब्धता और निर्यात की स्थिति का आकलन किया गया।
मंत्रालय ने कहा कि संशोधित अनुमान के अनुसार 2021-22 के विपणन सत्र में चीनी का उत्पादन 3.5 करोड़ टन रहने का अनुमान है। यह आंकड़ा एथनॉल के लिए 35 लाख टन चीनी निकालने के बाद है।
बयान में कहा गया है कि चीनी उत्पादन घरेलू खपत 2.78 करोड़ टन से कहीं अधिक रहने का अनुमान है। 2021-22 के विपणन वर्ष की शुरुआत में चीनी का पिछला भंडार 85 लाख टन था।
मंत्रालय ने कहा कि देश में चीनी की उपलब्धता घरेलू मांग को पूरा करने की दृष्टि से पर्याप्त है।
भाषा अजय अजय रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.