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Friday, 17 January, 2025
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चालू वित्त वर्ष में नौ साल के उच्चस्तर 6.9 प्रतिशत पर पहुंच सकती है औसत मुद्रास्फीति : रिपोर्ट

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मुंबई, 18 मई (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) चालू वित्त वर्ष में नीतिगत दरों में और वृद्धि कर सकता है और इस दौरान प्रमुख औसत मुद्रास्फीति अपने नौ वर्ष के उच्चतम स्तर यानी 6.9 प्रतिशत पर पहुंच सकती है। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।

घरेलू रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने कहा कि रिजर्व बैंक रेपो दर में 0.75 प्रतिशत की वृद्धि कर सकता है और स्थिति के बेहद गंभीर होने पर यह वृद्धि 1.25 प्रतिशत तक की जा सकती है।

एजेंसी ने कहा, ‘‘आरबीआई रेपो दर में सबसे पहले जून, 2022 में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि कर सकता है और इसके बाद अक्टूबर, 2022 की बैठक के दौरान इसमें और 0.25 प्रतिशत की वृद्धि की जा सकती है।

इंडिया रेटिंग्स के अनुसार नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) को भी चालू वित्त वर्ष के अंत तक 0.50 प्रतिशत बढ़ाकर पांच प्रतिशत किया जा सकता है।

गौरतलब है कि बढ़ती मुद्रास्फीति को नियंत्रण में करने के लिए केंद्रीय बैंक ने चार मई को बिना पूर्व-निर्धारित कार्यक्रम के रेपो दर में 0.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी थी। साथ ही सीआरआर को 0.50 प्रतिशत बढ़ाकर 4.5 प्रतिशत किया गया था।

भाषा जतिन अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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