मुंबई, छह मई (भाषा) केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने शुक्रवार को कहा कि भारत को घरेलू कोयला उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ईंधन की लगातार बढ़ती मांग को पूरा करने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए ऐसा करना जरूरी है।
जोशी ने एक निवेशक सम्मेलन में कहा, ‘‘इलेक्ट्रिक वाहनों में वृद्धि और बिजली की बढ़ती मांग के साथ कोयले की जरूरत 2040 तक दोगुनी हो जाएगी। इसलिए, हमें इस बढ़ती ऊर्जा जरूरत को पूरा करने के लिए अपने कोयला उत्पादन में तेजी लानी होगी।’’
उन्होंने कहा कि कोयला मंत्रालय का लक्ष्य कोयले के आयात को कम करना और देश को इस क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर’ बनाना है।
इस सत्र में उपस्थित निवेशकों से जोशी ने कहा, ‘‘कुछ समय पहले लोग कहते थे कि कोयले की जरूरत कम होने जा रही है, लेकिन हम इस समय देख रहे हैं कि कोयले की जरूरत बढ़ रही है।’’
उन्होंने कहा कि बंद या छोड़े गये कोयला खदानों में निकालने योग्य कोयला भंडार लगभग 38 करोड़ टन है। इन खदानों से 3-4 करोड़ टन कोयला आसानी से निकाला जा सकता है।
भाषा पाण्डेय रमण
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