नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (भाषा) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने बुधवार से निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक पर डेरिवेटिव अनुबंधों की शुरुआत की जिसे बाजार प्रतिभागियों से भी अच्छा समर्थन मिला।
एनएसई ने एक बयान में कहा कि देश भर से 375 से अधिक कारोबारी सदस्यों ने इस सूचकांक डेरिवेटिव में शिरकत की।
पहले दिन वायदा खंड में 78.16 करोड़ रुपये के 1,223 अनुबंध और विकल्प खंड में 1.55 करोड़ रुपये के प्रीमियम कारोबार वाले 1,724 अनुबंध दर्ज किए गए।
शुरुआती कारोबार करने वाले सदस्यों में ईस्ट इंडिया सिक्योरिटीज लिमिटेड और सैमको सिक्योरिटीज लिमिटेड शामिल हैं।
निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक एनएसई के मानक सूचकांक निफ्टी 50 के बाद की 50 बड़ी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है। इस सूचकांक में शामिल कंपनियों को निफ्टी 50 सूची में शामिल होने का संभावित दावेदार माना जाता है।
एनएसई के मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी श्रीराम कृष्णन ने कहा, ‘डेरिवेटिव उत्पाद इस लिहाज से अनूठे हैं कि अंतर्निहित सूचकांक में अन्य बाजार पूंजीकरण-आधारित व्यापक सूचकांकों के साथ कोई अतिव्यापन घटक नहीं होता है। यह सूचकांक जोखिम प्रबंधन के लिए एक अतिरिक्त साधन मुहैया कराएगा।’
निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक वायदा और विकल्प अनुबंध तीन क्रमिक मासिक अनुबंधों के व्यापार चक्र के साथ उपलब्ध हैं। डेरिवेटिव का नकद निपटान किया जाता है और इन अनुबंधों की समाप्ति महीने के अंतिम शुक्रवार को होती है।
फिलहाल एनएसई ने अक्टूबर 2024 तक निफ्टी नेक्स्ट 50 डेरिवेटिव पर लेनदेन शुल्क छूट दी हुई है।
बाजार की भाषा में डेरिवेटिव दो या दो से अधिक पक्षों के बीच वित्तीय अनुबंधों को दर्शाते हैं और उनका मूल्य अंतर्निहित परिसंपत्ति या सूचकांक से निकाला जाता है।
भाषा प्रेम प्रेम पाण्डेय
पाण्डेय
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