नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) भारत की तीसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज का बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 3,986 करोड़ रुपये पर सपाट रहा।
एचसीएल ने शुक्रवार को बताया कि हालांकि पिछली तिमाही की तुलना में कंपनी का शुद्ध लाभ 8.4 प्रतिशत घट गया। यह गिरावट दुनियाभर में आईटी व्यय कम होने के बीच कर्मचारी मद में लागत बढ़ने के कारण आई।
मार्च तिमाही के लिए कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 3,986 करोड़ रुपये रहा, जबकि 2022-23 की मार्च तिमाही में यह 3,983 करोड़ रुपये था।
एचसीएल टेक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि तिमाही आधार पर कंपनी का शुद्ध लाभ 8.4 प्रतिशत घट गया। अक्टूबर-दिसंबर, 2023 तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 4,350 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के लिए स्थिर मुद्रा के आधार पर राजस्व में तीन से पांच प्रतिशत की वृद्धि और कर पूर्व आय (ईबीआईटी) मार्जिन 18-19 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है।
ईबीआईटी मार्जिन (राजस्व प्रतिशत के तौर पर कर पूर्व लाभ) घटकर मार्च तिमाही में 17.6 प्रतिशत रह गया जो दिसंबर, 2023 तिमाही में 19.8 प्रतिशत और मार्च, 2023 तिमाही में 18.1 प्रतिशत था।
मार्च तिमाही में एचसीएल टेक की परिचालन आय 7.11 प्रतिशत बढ़कर 28,499 करोड़ रुपये रही, जो मार्च, 2023 तिमाही में 26,606 करोड़ रुपये थी।
पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का शुद्ध लाभ 5.76 प्रतिशत बढ़कर 15,702 करोड़ रुपये रहा।
बीते वित्त वर्ष में कंपनी की आय 8.33 प्रतिशत बढ़कर 1,09,913 करोड़ रुपये रही।
मार्च तिमाही में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 2,27,481 रही।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि निदेशक मंडल ने चालू वित्त वर्ष के लिए दो रुपये अंकित मूल्य के शेयर पर 18 रुपये का अंतरिम लाभांश भी घोषित किया है। इसकी भुगतान तिथि 15 मई, 2024 होगी।
भाषा अनुराग रमण
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