नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) एक्सिस बैंक द्वारा प्रवर्तित म्युचुअल फंड एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एक्सिस एएमसी) ने शुक्रवार को अपने कोष प्रबंधक को गोपनीय सूचना सार्वजनिक होने से पहले उसका लाभ उठाने (फ्रंट रनिंग) के आरोपों के बाद शुक्रवार को बर्खास्त कर दिया। कंपनी ने कुछ दिन पहले ही अपने मुख्य व्यापारी वीरेश जोशी को भी इसी आरोप में बर्खास्त किया था।
फ्रंट-रनिंग शेयर बाजार में एक अवैध परिपाटी को दर्शाता है जहां एक इकाई अपने ग्राहकों को जानकारी उपलब्ध कराने से पहले किसी ब्रोकर या विश्लेषक से अग्रिम जानकारी के आधार पर सौदा या लेनदेन करती है। एक्सिस एएमसी ने इस महीने की शुरुआत में मामले की जांच पूरी होने तक इन दोनों कोष प्रबंधकों को निलंबित कर दिया था।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘एक्सिस एएमसी इस चल रही जांच में सहायता के लिए प्रतिष्ठित बाहरी सलाहकारों का उपयोग करते हुए फरवरी, 2022 से खुद भी आंतरिक जांच कर रही है।’
बयान में कहा गया कि पड़ताल के दौरान उन्हें निलंबित करने के निर्णय के बाद दीपक अग्रवाल का एक्सिस एएमसी के साथ नियुक्ति 20 मई, 2022 से समाप्त कर दी गई है।
परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी ने बुधवार को अपने मुख्य व्यापारी और फंड मैनेजर जोशी को भी बर्खास्त कर दिया था। हालांकि एक्सिस एएमसी ने उन उल्लंघनों के बारे में विस्तार से नहीं बताया जिनके कारण दोनों को बर्खास्त किया गया।
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रिया प्रेम
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