scorecardresearch
Wednesday, 9 October, 2024
होमदेशअर्थजगतऊंचे भाव के कारण अप्रैल में भारत का सोया खली निर्यात 65 प्रतिशत गिरा

ऊंचे भाव के कारण अप्रैल में भारत का सोया खली निर्यात 65 प्रतिशत गिरा

Text Size:

इंदौर, 11 मई (भाषा) ऊंची कीमतों के कारण वैश्विक मांग में कमी के चलते भारत से अप्रैल के दौरान सोया खली का निर्यात करीब 65 प्रतिशत घटकर महज 40,000 टन रह गया। अप्रैल 2021 में देश से 1.15 लाख टन सोया खली का निर्यात गया था।

प्रसंस्करणकर्ताओं के इंदौर स्थित संगठन सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

सोपा के कार्यकारी निदेशक डी एन पाठक ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय सोया खली के भाव अमेरिका, ब्राजील और अर्जेंटीना के इस उत्पाद के मुकाबले लंबे समय से ऊंचे बने हुए हैं। भारतीय सोया खली की मांग में जारी गिरावट का सबसे प्रमुख कारण यही है।’’

गौरतलब है कि अमेरिका, ब्राजील और अर्जेंटीना की गिनती दुनिया के सबसे बड़े सोयाबीन उत्पादकों के रूप में होती है।

प्रसंस्करण संयंत्रों में सोयाबीन का तेल निकाल लेने के बाद बचने वाले उत्पाद को सोया खली कहते हैं। यह उत्पाद प्रोटीन का बड़ा स्त्रोत है। इससे सोया आटा और सोया बड़ी जैसे खाद्य पदार्थों के साथ पशु आहार तथा मुर्गियों का दाना भी तैयार किया जाता है।

भाषा हर्ष मनीषा पाण्डेय

पाण्डेय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments