नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (भाषा) पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) से मंजूरी मिलने के बाद इंडियन गैस एक्सचेंज (आईजीएक्स) ने अपने मंच पर छोटे पैमाने पर तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एसएसएलएनजी) के लिए अनुबंध जारी किए हैं।
इससे राष्ट्रीय गैस ग्रिड से नहीं जुड़े क्षेत्रों में ईंधन की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी।
आईजीएक्स ने एक बयान में कहा, ‘आईजीएक्स पर एसएसएलएनजी अनुबंधों की शुरूआत का उद्देश्य उन उद्योगों और शहरी गैस वितरण (सीजीडी) कंपनियों की तरफ से आ रही बढ़ती गैस मांग को पूरा करना है जिनकी पाइपलाइन नेटवर्क तक पहुंच नहीं है।’
एसएसएलएनजी के माध्यम से ये कंपनियां अब दैनिक, पाक्षिक और मासिक अनुबंध के तहत प्रतिस्पर्धी दरों पर एलएनजी टैंकरों के माध्यम से तरलीकृत गैस खरीद सकती हैं। शुरुआत में यह अनुबंध गुजरात के दहेज और हजीरा एलएनजी टर्मिनलों पर शुरू किया गया है।
बाद में इसे ओडिशा में धामरा, गुजरात में मुंद्रा, तमिलनाडु में एन्नोर, केरल में कोच्चि और विजयपुर में एसएस-एलएनजी स्टेशनों पर भी शुरू किया जाएगा।
देश में प्राकृतिक गैस की आपूर्ति मुख्य रूप से पाइपलाइनों के जरिये की जाती है। ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय गैस ग्रिड तक पहुंच न रखने वाले उद्योगों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को एलएनजी परिवहन के लिए ट्रकों पर निर्भर रहना पड़ता है।
अगले पांच वर्षों में सड़क-परिवहन एलएनजी की मांग बढ़कर 50 लाख मानक घन मीटर प्रतिदिन हो जाने का अनुमान है।
पीएनजीआरबी के सदस्य अंजनी कुमार तिवारी ने अनुबंध की पेशकश पर कहा, ‘हमने आईजीएक्स को अपने मंच पर एसएसएलएनजी अनुबंध लाने की मंजूरी दी है। हम वर्तमान नियमों का भी लगातार मूल्यांकन करेंगे और चुनौतियों से निपटने में उद्योग का समर्थन करने के लिए जरूरी संशोधन करेंगे।’
इस अवसर पर इंडियन गैस एक्सचेंज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी राजेश के मेदिरत्ता ने कहा, ‘एसएसएलएनजी अनुबंधों की शुरूआत इस क्षेत्र में खालीपन की भरपाई के लिए है। हमारी पहल शहर के गैस वितरण नेटवर्क, उद्योगों और एलएनजी डिस्पेंसरों को प्रतिस्पर्धी गैस मूल्य निर्धारण प्रदान करेगी।’
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