ईटानगर, 11 मई (भाषा) अरुणाचल प्रदेश सरकार ने बुधवार को बताया कि उसने राज्य में बांस की खेती और विकास के लिए क्रेड्यूस तथा हाइडल कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (एचसीपीएल) के साथ एक सहमति पत्र (एमओयू) पर दस्तखत किए हैं।
एक अधिकारी ने दावा किया कि यह बांस की खेती के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी में शुरू किया गया दुनिया का सबसे बड़ा अभियान है।
इस समझौते के तहत एक लाख हेक्टेयर वन और गांव की जमीन पर बांस के पेड़ लगाए जाएंगे। बांस को अरुणाचल प्रदेश में ‘हरा सोना’ भी कहा जाता है।
अरुणाचल प्रदेश बांस संसाधन और विकास एजेंसी (एपीबीआरडीए) ने यहां आयोजित एक समारोह में राज्य सरकार की ओर से एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
क्रेड्यूस के प्रबंध निदेशक शैलेंद्र सिंह राव ने कहा कि इस समझौते के जरिए 10 वर्षों में 10 करोड़ कार्बन क्रेडिट की खेती की जाएगी, जिसकी कीमत इस अवधि में 1.5 अरब डॉलर होगी।
भाषा पाण्डेय
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