मुंबई, 24 अप्रैल (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले दो पैसे की गिरावट के साथ 83.33 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विश्लेषकों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार की तेजी से रुपये को मिले समर्थन को डॉलर की मजबूती ने बेअसर कर दिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी तथा विदेशी पूंजी की निकासी से निवेशकों की कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.29 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 83.26 प्रति डॉलर के ऊपरी स्तर पर गया और 83.33 के निम्नतम स्तर तक आया।
कारोबार के अंत में यह डॉलर के मुकाबले 83.33 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से दो पैसे की गिरावट दर्शाता है।
रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 83.31 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक जोखिम धारणाओं में सुधार और पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव कम होने से रुपये में मामूली सकारात्मक रुख के साथ कारोबार होने की उम्मीद है। हालांकि पश्चिम एशिया में कोई भी ताजा आक्रामकता स्थानीय मु्द्रा के लिए लाभ को सीमित कर सकती है।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 88.12 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
बीएनपी परिबा बाय शेयरखान में अनुसंधान विश्लेषक मोहम्मद इमरान ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक जोखिम और ईरान पर नए ऊर्जा प्रतिबंधों की चर्चा से कीमतों में कभी-कभार कुछ रुकावटें आ सकती हैं। लेकिन हमें नहीं लगता है कि कीमतें छोटी अवधि के लिए 85 अमेरिकी डॉलर तक बनी रहेंगी।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत बढ़कर 105.84 हो गया।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 114.49 अंक की तेजी के साथ 73,852.94 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बुधवार को शुद्ध रूप से 2,511.74 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश प्रेम
प्रेम
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.