नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में अप्रैल-जून, 2024 के दौरान 1.56 अरब डॉलर के सौदे हुए हैं। रियल एस्टेट परामर्श कंपनी ग्रांट थॉर्नटन की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह आंकड़ा पिछली (जनवरी-मार्च, 2024) तिमाही का लगभग आठ गुना अधिक है।
ग्रांट थॉर्नटन भारत ने अपनी रिपोर्ट ‘रियल एस्टेट/रीट्स डीलट्रैकर-प्रोवाइडिंग एमएंडए एंड पीई डील्स इनसाइट्स’ में कहा कि चालू कैलेंडर वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान भारतीय रियल एस्टेट बाजार में 1.56 अरब डॉलर मूल्य के 19 सौदे हुए।
इससे पिछली जनवरी-मार्च तिमाही में सिर्फ 20 करोड़ डॉलर के सौदे हुए थे।
ग्रांट थॉर्नटन भारत की साझेदार और ‘रियल एस्टेट लीडर’ शबला शिंदे ने कहा, “कैलेंडर वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में भारतीय रियल एस्टेट बाजार ने जोरदार गतिविधियां दिखाई है। इसमें 19 सौदे हुए हैं जिनकी कुल कीमत 1.6 अरब डॉलर है। इसमें मुख्य योगदान चार बड़े मूल्य के सौदों का है। यह उछाल आर्थिक सुधार, निवेशकों के बढ़ते विश्वास और अनुकूल सरकारी नीतियों को दर्शाता है।’’
ग्रांट थॉर्नटन ने कहा कि कुल सौदा गतिविधियों में मजबूत वृद्धि हुई है, जो मुख्य रूप से घरेलू लेनदेन और निजी इक्विटी (पीई) निवेश में पर्याप्त वृद्धि से प्रेरित है।
रिपोर्ट के अनुसार, दूसरी तिमाही के दौरान विलय और अधिग्रहण (एमएंडए) सौदों का मूल्य 12.3 करोड़ डॉलर था, जबकि इससे पिछली तिमाही में यह 3.2 करोड़ डॉलर था।
अप्रैल-जून, 2024 में निजी इक्विटी सौदों का मूल्य 8.5 गुना होकर 143.9 करोड़ डॉलर हो गया, जो पिछली तिमाही में 16.8 करोड़ डॉलर था।
भाषा अनुराग अजय
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