मुंबई, नौ मई (भाषा) बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा क्षेत्र (बीएफएसआई) के साथ-साथ खुदरा क्षेत्र में सुधार की वजह से नियुक्ति परिदृश्य में सुधार हुआ है। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कारोबारी धारणा में सुधार के कारण अप्रैल में सालाना आधार पर नियुक्ति गतिविधियों में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
मॉन्स्टर इंडिया के ऑनलाइन रोजगार गतिविधियों के मासिक विश्लेषण मॉन्स्टर एम्प्लॉयमेंट इंडेक्स (एमईआई) के अनुसार, भारत ने सकारात्मक कारोबारी धारणा के परिणामस्वरूप नियुक्ति मांग में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत और माह-दर-माह आधार पर चार प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी का प्रकोप कम होने के साथ खुदरा क्षेत्र ने दो अंकों के साथ उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है।
एमईआई के मुताबिक, बीएफएसआई 54 प्रतिशत की वार्षिक बढ़त के साथ सबसे तेजी से उबरने वाला क्षेत्र बना रहा। इसके बाद दूसरे नंबर पर खुदरा क्षेत्र में सालाना 47 प्रतिशत की वृद्धि हुई। उत्पादन और विनिर्माण उद्योगमें विनिर्माण गतिविधियां सालाना आधार पर 35 प्रतिशत बढ़ीं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां बीएफएसआई क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में तेजी आई है, वहीं गली-मोहल्ले की दुकानें फिर खुलने से खुदरा रोजगार बाजार में तेज बढ़त देखने को मिली है।
एमईआई ने कहा कि कोविड-19 से संबंधित प्रतिबंधों में ढील के बाद से उपभोक्ताओं के मॉल जैसे मनोरंजन केंद्रों में बार-बार आने से खुदरा क्षेत्र में प्रतिभाओं की मांग बढ़ी है।
भाषा रिया अजय
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