वाशिंगटन, 27 अप्रैल (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि आपस में जुड़ी हुई दुनिया में प्रतिबंधों का असर एक देश तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह व्यापक होता है। उन्होंने कहा कि इसके ऐसे परिणाम होते हैं, जिसे आपने सोचा नहीं होता है और भारत इन सबके बीच काम करने की कोशिश कर रहा है।
इस साल फरवरी में यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका और यूरोपीय संघ ने रूस पर प्रतिबंध लगाये हैं। इससे रूस के साथ द्विपक्षीय व्यापार कम हुआ है। युद्ध के कारण ऊर्जा के दाम भी बढ़े हैं और खाद्यान्न संकट पैदा हुआ है।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत का रुख अपने आर्थिक और सुरक्षा हितों की रक्षा के लिये है।
सीतारमण ने कहा, ‘‘भारत का रुख केवल आर्थिक हित को लेकर नहीं बल्कि सुरक्षा हितों से भी जुड़ा है। भारत ने भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखकर ही संतुलित रुख रखा है।’’
उन्होंने कहा कि पाबंदियों का असर केवल उसी देश पर नहीं होता, जिसके लिये इन्हें लगाया गया है, बल्कि अन्य देशों पर भी प्रभाव पड़ता है। इसका कई देशों पर व्यापक प्रभाव होता है, जो संभवत: पाबंदी के पक्ष में नहीं होते।
सीतारमण ने कहा कि डिजिटल रूप से जुड़ी दुनिया में पाबंदियों के ‘अनपेक्षित परिणाम’ तत्काल और मजबूत प्रभाव डालते हैं।
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रमण अजय
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