नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) बिजली संकट के बीच अप्रैल में देश का कोयला उत्पादन 29 प्रतिशत बढ़कर 6.65 करोड़ टन पर पहुंच गया। सरकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
देश कोयले की कमी सहित विभिन्न कारणों से बिजली संकट से जूझ रहा है।
देश का कोयला उत्पादन अप्रैल, 2021 में 5.16 करोड़ टन रहा था।
कोयला मंत्रालय के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल, 2022 के दौरान बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति 18.15 प्रतिशत बढ़कर 6.18 करोड़ टन पर पहुंच गई, जबकि अप्रैल, 2020 में यह 5.23 करोड़ टन थी।
शीर्ष 37 कोयला उत्पादक खानों में से 22 खानों ने शत-प्रतिशत से अधिक क्षमता पर परिचालन किया जबकि अन्य 10 खानों से उत्पादन 80 से 100 प्रतिशत के बीच रहा है।
मंत्रालय के मुताबिक, अक्टूबर, 2021 के अंतिम दिनों से आयातित कोयले की कीमतों में गिरावट आ रही है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय कीमतें अभी भी उच्चस्तर पर बनी हैं।
कोयला मंत्रालय ने कहा था कि मौजूदा बिजली संकट मुख्य रूप से विभिन्न ईंधन स्रोतों से बिजली उत्पादन में तेज गिरावट के कारण है। इसकी वजह कोयले की कमी नहीं है।
भाषा रिया रिया अजय
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