नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय पर पीएचडी प्रवेश में यूजीसी के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए डूसू अध्यक्ष रौनक खत्री ने सोमवार को कहा कि चयन केवल साक्षात्कार के आधार पर किया गया।
दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन (नामांकन) हनीत गांधी ने आरोपों का खंडन किया और कहा कि विश्वविद्यालय को ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है।
प्रशासन का कहना है कि प्रवेश प्रक्रिया निष्पक्ष और नियमों के अनुसार संचालित की जाती है।
खत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दावा किया कि अंग्रेजी विभाग को छोड़कर किसी विभाग ने चयनित अभ्यर्थियों द्वारा प्राप्त अंकों का खुलासा नहीं किया है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) के मानदंडों के अनुसार, नेट स्कोर को 70 प्रतिशत और साक्षात्कार को 30 प्रतिशत महत्व दिया जाना चाहिए, लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय ने केवल साक्षात्कार के आधार पर ही प्रवेश दिया है।’’
छात्र नेता ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय ने वैचारिक झुकाव के आधार पर उम्मीदवारों को प्रवेश दिया है।
खत्री ने चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर भी सवाल उठाया।
भाषा शुभम रंजन
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