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Tuesday, 24 December, 2024
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प्रदर्शन के दौरान समर्थकों के साथ हिरासत में लिये गए चिराग, पुलिस ने लाठीचार्ज किया

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पटना, 15 फरवरी (भाषा) लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान और उनके कई समर्थकों को पटना पुलिस ने मंगलवार को उस समय हिरासत में ले लिया, जब वे ‘‘सभी मोर्चो पर विफल होने’’ का आरोप लगा नीतीश कुमार सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर यहां विरोध मार्च निकाल रहे थे।

यह मार्च ऐतिहासिक गांधी मैदान से शुरू हुआ था और चिराग तथा उनके समर्थकों को राजभवन से करीब चार किलोमीटर दूर आयकर चौराहे के पास उस समय हिरासत में ले लिया गया, जब वे राज्यपाल फागू चौहान को ज्ञापन देने के लिए जाने की कोशिश कर रहे रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और उनके हाथों में ‘‘बिहार बचाओ’’ लिखी तख्तियां भी थीं।

प्रदर्शनकारियों की उस समय पुलिस से बहस भी हुई जब वे राज्यपाल को ज्ञापन देने के लिए राजभवन की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस द्वारा रोके जाने से उग्र प्रदर्शनकारियों ने अवरोधकों को तोड़ने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारे छोड़ीं।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस के साथ झड़प होने और रास्ता बाधित होने के बाद कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।

उन्होंने बताया कि पासवान और अन्य को एहतियातन हिरासत में लिये जाने के बाद सचिवालय पुलिस थाने ले जाया गया और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।

लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के पुत्र और सांसद चिराग पासवान ने हिरासत में लिये जाने से पहले मीडियाकर्मियों से कहा, “नीतीश कुमार सरकार युवाओं को रोजगार मुहैया कराने, कानून व्यवस्था बनाए रखने, शिक्षा और स्वास्थ्य सहित सभी मोर्चों पर नाकाम रही है। इसे तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।’

पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उन्हें एहतियाती तौर पर हिरासत में लिया गया और बाद में पार्टी कार्यकर्ताओं और उनके नेता को रिहा कर दिया गया। उन्हें निजी मुचलका दाखिल करने के बाद रिहा कर दिया गया।

रिहा किए जाने के बाद चिराग पासवान ने पार्टी के कुछ नेताओं के साथ राज्यपाल के प्रोटोकॉल अधिकारी से मुलाकात की और राज्य सरकार की कथित ‘जनविरोधी’ नीतियों के कारण आम आदमी को हो रही परेशानियों को रेखांकित करते हुए उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।

भाषा धीरज सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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