नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने सोमवार को दावा किया भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा (आम आदमी पार्टी) की आपसी लड़ाई के कारण दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीनीकरण मिशन (जेएनएनयूआरएम) के तहत निर्मित 30,303 फ्लैट को गरीबों को आवंटित नहीं किया जा सका।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि इन दोनों पार्टियों में कांग्रेस सरकार के कार्यों का श्रेय लेने की होड़ लगी रहती है।
शुक्ला ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘दूसरों के काम का श्रेय लेना भाजपा और आप सरकार की आदत रही है। भाजपा और आप में सिर्फ इस बात की लड़ाई है कि कौन झूठा श्रेय ले और कौन दूसरे के काम पर तारीफ बटोर ले।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समय की योजनाओं के उद्घाटन कर उनके काम का श्रेय लेने की कोशिश की, लेकिन मनमोहन सिंह ने कभी ऐसी बातों पर ऐतराज नहीं जताया।
शुक्ला का कहना था, ‘‘यहां तक की चंद्रयान परियोजना भी मनमोहन सिंह जी की सरकार की देन थी।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘दिल्ली के गरीबों के लिए हजारों मकान खाली पड़े हैं, वे ढह रहे हैं, टूट रहे हैं, लेकिन उन्हें आवंटित नहीं किया जा रहा, क्योंकि इसका श्रेय देना पड़ेगा। कांग्रेस की केंद्र सरकार ने जवाहरलाल शहरी नवीनीकरण मिशन के तहत दिल्ली के साथ अनुबंध कर 14 अलग-अलग स्थानों पर 52,344 फ्लैट गरीबों के लिए बनवाने का अनुबंध किया था।’’
कांग्रेस नेता के अनुसार, इसकी लागत 2415.82 करोड़ रुपए निर्धारित की गई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि वर्षों पहले 35,744 फ्लैट का निर्माण होने के बाद भी गरीबों को सिर्फ 4,833 फ्लैट ही आवंटित किए गए। 30,303 घरों को भाजपा और आप की लड़ाई के कारण किसी को भी आवंटित नहीं किया गया। वहीं 16,600 निर्माणाधीन घर अब खस्ताहाल हो चुके हैं।’’
शुक्ला ने कहा, ‘‘आप और भाजपा के श्रेय लेने की लड़ाई ने दिल्ली की जनता को बहुत नुकसान पहुंचाया है। इस मामले में न्यायालय ने कहा है कि गरीबों को फ्लैट न देना दुर्भाग्यपूर्ण होने के साथ ही गरीबों के साथ अन्याय भी है।’’
शुक्ला ने कहा कि आज दिल्ली में जितने भी काम दिखते हैं, वे सभी कांग्रेस और उसकी सरकार में मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित जी की देन हैं तथा आप एवं भाजपा की सरकार में सिर्फ खोखले प्रचार ही किए गए हैं।
उनका कहना था, ‘‘मुझे उम्मीद है कि आने वाली 5 फरवरी को दिल्ली की जनता आप और भाजपा को सबक सिखाएगी।’’
दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए पांच फरवरी को मतदान होना है। मतगणना आठ फरवरी को होगी।
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